अर्नब को आज पुलिस ने उनके घर से हिरासत में ले लिया है। अर्नब ने पुलिस पर अपने साथ पिटाई करने का भी आरोप लगाया है।
मुंबई: महाराष्ट्र के मुम्बई में बुधवार के सुबह रिपब्लिकन के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अर्नब को पुलिस ने आज उनके घर से हिरासत में ले लिया है। उन्होंने अपने साथ पुलिस पर पिटाई करने का भी आरोप लगाया है।
श्री प्रकाश जावडेकर ने ट्विटर पर अर्नब पर पुलिस की कार्रवाई की निंदा की है और इसे आपातकाल की घटना से संज्ञा दी है।
रिपब्लिक टेलीविजन के संपादक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज बुधवार को महाराष्ट्र पुलिस की ‘प्रेस की स्वतंत्रता’ पर हमला करार देते हुए इसकी निंदा की और गिरफ़्तारी की तुलना ‘आपातकालीन दिनों’ से की।
ट्विटर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘हम # महाराष्ट्र में प्रेस की आजादी पर हमले की निंदा करते हैं। प्रेस के साथ बर्ताव का यह ठीक तरीका नहीं है। यह घटना हमें उन आपातकाल के दिनों की याद दिलाता है जब प्रेस के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता था।’
We condemn the #Congress, led by Sonia Gandhi & Rahul Gandhi, for its fascist and emergency mindset, which is on display in #Maharashtra @republic
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) November 4, 2020
गोस्वामी को बुधवार सुबह मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया, यह पता चला है कि अर्नब को आत्महत्या के मामले में एक पुराने अपमान के मामले में हिरासत में लिया गया है।
आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला
मुंबई पुलिस ने 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर अन्वे नाइक को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में अरनब गोस्वामी को गिरफ्तार किया है।
आर्किटेक्ट अन्वे को आत्महत्या के लिए उकसाने के एक मामले में पुलिस ने अर्नब को गिरफ्तार किया। आर्किटेक्ट अन्वे ने मई 2018 में आत्महत्या कर ली।
अपने सुसाइड नोट में अन्वे ने आरोप लगाया था कि उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया था। उन्होंने अर्नब पर 5.40 करोड़ रुपये के बकाया का भुगतान न करने का उल्लेख किया था।
बताया जाता है कि अर्नब को इस मामले के सिलसिले में पूछताछ के लिए रायगढ़ ले जाया जाएगा। इससे पहले बुधवार को मुंबई पुलिस के एक दर्जन से अधिक अधिकारी अर्नब के आवास पर उन्हें हिरासत में लेने के लिए पहुंचे।
शिवसेना नेता संजय राउत का बचाव
शिवसेना नेता संजय राउत ने अरनब की गिरफ्तारी का बचाव करते हुए कहा कि राज्य पुलिस कानून का पालन करती है। श्री राउत ने कहा कि जब अर्नब को हिरासत में लिया गया, तो महाराष्ट्र पुलिस ने कानून का पालन किया।
अगर पुलिस के पास किसी के खिलाफ कोई सबूत है, तो वह कार्रवाई कर सकती है। उन्होंने कहा कि जब से राज्य में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई है, तब से किसी के खिलाफ कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की गई है।
एडिटर्स गिल्ड ने गिरफ्तारी की निंदा की
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए इसे बेहद चिंताजनक कदम बताया है।
एडिटर्स गिल्ड ने एक बयान में कहा “हम अचानक गिरफ्तारी की निंदा करते हैं और इसे अत्यंत चिंताजनक पाते हैं”।
गिल्ड ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उनके साथ उचित व्यवहार किया जाए और मीडिया द्वारा आलोचनात्मक रिपोर्टिंग के खिलाफ राज्य की शक्ति का उपयोग नहीं किया जाए।
रिपब्लिक टीवी ने दावा किया कि उनके प्रधान संपादक की गिरफ्तारी के समय, इमारत के परिसर में 8 पुलिस वाहन और कम से कम 40-50 पुलिस कर्मचारी थे, जिनमें से कई सशस्त्र थे।