श्री अहमद पटेल अक्टूबर में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उन्होंने ट्वीट कर खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी थी।
नयी दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल का बुधवार सुबह साढ़े तीन बजे निधन हो गया। उन्हें गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। इलाज के दौरान उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
उनके बेटे फैसल पटेल ने ट्विटर पर अपने पिता के निधन की जानकारी साझा की। फैसल ने लिखा, “एक साथ कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था जिसकी वजह से उनका निधन हो गया। अपने सभी शुभचिंतकों से अनुरोध करता हूं कि इस वक्त कोरोना वायरस के नियमों का कड़ाई से पालन करें और सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर दृढ़ रहें और किसी भी सामूहिक आयोजन में जाने से बचें।”
@ahmedpatel pic.twitter.com/7bboZbQ2A6
— Faisal Patel (@mfaisalpatel) November 24, 2020
71 वर्षीय श्री पटेल अक्टूबर में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। उन्होंने ट्वीट कर खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी थी। उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने पर उन्हें 15 नवंबर को मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद , उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों और राजनीतिक दलों के नेताओं ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं राज्यसभा सांसद अहमद पटेल के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का शोक
श्री कोविंद ने ट्वीट के जरिए अपने शोक संदेश में कहा, “ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। श्री पटेल न केवल दक्ष सांसद थे, बल्कि उनमें कुशल रणनीतिकार का कौशल और जननेता का जादू भी समाहित था।” उन्होंने कहा, “ अपने मैत्री भाव के कारण पार्टी के बाहर भी उन्होंने दोस्त बनाए थे। उनके परिजनों और दोस्तों को मेरी संवेदनाएं।”
Distressed to know that veteran Congress leader Ahmed Patel is no more. An astute Parliamentarian, Shri Patel combined the skills of a strategist and the charm of a mass leader. His amiability won him friends across party lines. My condolences to his family and friends.
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 25, 2020
प्रधान मंत्री ने शोक व्यक्त क्या
प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा है कि “अहमद पटेल जी के निधन से दुखी हूं। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में लंबे समय तक समाज की सेवा की। अपनी तीक्ष्ण बुद्धि के लिए जाने जाने वाले श्री पटेल का कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में योगदान हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “ पुत्र फैजल से बात कर अपनी संवेदनाएं प्रकट की। भगवान से प्रार्थना है की अहमद भाई की आत्मा को शांति प्रदान करें।”
Saddened by the demise of Ahmed Patel Ji. He spent years in public life, serving society. Known for his sharp mind, his role in strengthening the Congress Party would always be remembered. Spoke to his son Faisal and expressed condolences. May Ahmed Bhai’s soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 25, 2020
गांधी परिवार का शोक व्यक्त
श्रीमती सोनिया गांधी ने यहां जारी शोक संदेश में कहा कि “श्री अहमद पटेल के रूप में मैंने अपना एक ऐसा सहयोगी खो दिया है जिसका जीवन कांग्रेस को समर्पित रहा है। उनकी ईमानदारी, समर्पण और काम के प्रति जो निष्ठा रही है वह उन्हें दूसरों से अलग नेता के रूप में स्थापित करती है।” उन्होंने कहा कि “मैंने एक ऐसा निष्ठावान सहयोगी और मित्र खो दिया है जिसका विकल्प संभव नहीं है। मैं उनके निधन से सदमे में हूं और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं।”
In Ahmed Patel, lost an irreplaceable comrade, a faithful colleague. My condolences to family and friends. @mfaisalpatel pic.twitter.com/4wJ7NkrWsq
— Sonia Gandhi (@SoniaGandhi_FC) November 25, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने श्री पटेल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा , “ यह दुख भरा दिन है। श्री अहमद पटेल कांग्रेस पार्टी के पिलर थे। उन्होंने कांग्रेस में ही श्वांस ली, कांग्रेस के लिए ही जिए और संकट काल में पार्टी के साथ खड़े रहे। वह पार्टी की संपत्ति थे। हम उनको हमेशा याद करेंगे। पीड़ित परिवार के प्रति मेरी संवेदना।”
It is a sad day. Shri Ahmed Patel was a pillar of the Congress party. He lived and breathed Congress and stood with the party through its most difficult times. He was a tremendous asset.
We will miss him. My love and condolences to Faisal, Mumtaz & the family. pic.twitter.com/sZaOXOIMEX
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 25, 2020
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “अहमद जी अत्यंत समझदार और अनुभवी नेता थे। मैं उनसे हमेशा विचार विमर्श करती और उनकी सलाह लिया करती थी। वह हमारे सच्चे मित्र थे। उनके निधन से कांग्रेस को गहरी क्षति हुई है। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।”
My deepest condolences to Ahmedji’s whole family, especially Mumtaz and @mfaisalpatel.
Your father’s service and commitment to our party was immeasurable. We will all miss him immensely. May his courage pass on to you and give you strength to face this tragedy. pic.twitter.com/M5x66zC3Sm
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 25, 2020
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “निशब्द..जिन्हें हर छोटा बड़ा, ,दोस्त, साथी..विरोधी भी…एक ही नाम से सम्मान देते- ‘अहमद भाई’! जिन्होंने सदा निष्ठा एवं कर्तव्य निभाया,वह जिन्होंने सदा पार्टी को ही परिवार माना,वह जिन्होंने सदा राजनीतिक लकीरें मिटा दिलों पर छाप छोड़ी,अब भी विश्वास नहीं..अलविदा, अहमद जी।”
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने श्री पटेल के निधन पर गहरा शोक शोक व्यक्त करते हुए कहा , “ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, कुशल सांसद, सौम्य एवं शानदार व्यक्ति अहमद भाई के निधन से स्तब्ध हूँ। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी , तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव , पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी तथा अन्य प्रमुख नेताओं ने श्री पटेल के निधन पर गहन शोक व्यक्त किया है।
कौन थे अहमे पटेल जी?
सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार रहे श्री पटेल का जन्म 21 अगस्त 1949 को गुजरात में भरुच ज़िले के पिरामल गांव में हुआ था। उस वक्त भरूच कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था। वह पहली बार 1977 में 26 वर्ष की आयु में भरूच से लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। श्री पटेल यहां से तीन बार लोकसभा सांसद चुने गए। पार्टी में धीरे-धीरे उनका कद बढ़ता गया और 1985 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संसदीय सचिव बनाए गए।
श्री पटेल को 1986 में गुजरात कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया। वह 1988 में गांधी-नेहरू परिवार द्वारा संचालित जवाहर भवन ट्रस्ट के सचिव बनाए गए। वह सोनिया और राजीव दोनों के विश्वासपत्र रहे। वह तीन बार लोकसभा सांसद के अलावा पांच बार राज्यसभा सांसद भी रह चुके थे। पर्दे के पीछे से राजनीति करने वाले श्री पटेल को 2018 में कांग्रेस पार्टी का कोषाध्याक्ष नियुक्त किया गया था।