सुब्रतो मुखर्जी ने कहा कि ऐलन रॉय को भाजपा कार्यकर्ताओं ने गोली मारकर हत्या कर दी है। भाजपा सत्ता के लालच में पागल हो गई है। पश्चिम बंगाल की ताकत दिल्ली से अधिक है। वह लापरवाह हो गए हैं।
कलकत्ता: सिलीगुड़ी में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प में भाजपा कार्यकर्ता एलन रॉय की मौत पर राजनीति तेज हो गई है। वरिष्ठ राज्य मंत्री सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि राय को भाजपा कार्यकर्ताओं ने गोली मारकर हत्या कर दिया गया है।
दरअसल आज पश्चिम बंगाल पुलिस ने ट्वीट करके दावा किया है कि ऐलन रॉय को शाटॅगन से गोली मारकर हत्या कर दिया गया है और यह बंदूके राज्य पुलिस इस्तेमाल नहीं करती है।
As per the PM report “death was due to the effects of shotgun injuries.” Police do not use shotguns. It’s obvious that during yesterday’s protest in Siliguri, armed persons were brought and they fired from firearms. (1/3)
— West Bengal Police (@WBPolice) December 8, 2020
ऐलन रॉय की मौत पुलिस फायरिंग के कारण नहीं
कुछ समय बाद, एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, सुब्रतो मुखर्जी ने कहा कि भाजपा राज्य में दंगों के माध्यम से एक समस्या पैदा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि विरोध के दौरान ऐलन रॉय की मौत पुलिस फायरिंग के कारण नहीं हुई है।
सरकार ने मामले की जांच की है। पुलिस ने फायर नहीं की है। आज हमें पुलिस से जो रिपोर्ट मिली है, उसमें कहा गया है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, उस आदमी की मौत बंदूक की गोली के घाव से हुई है और राज्य पुलिस शाॅटगन का इस्तेमाल नहीं करती है।
सुब्रतो मुखर्जी ने दावा किया कि उत्तर बंगाल में स्थित राज्य सचिवालय में विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों के द्वारा कुछ लोगों पर फायरिंग की गईऔर इसका उद्देश्य पुलिस को डराना था। झड़प में घायल हुए एलन रॉय को बाद में शाॅटगन से हत्या कर दी गई थी। किसी को इस तरह के शाॅटगन से हत्या नहीं किया जाता जबतक नज़दीकी फासले पर गोलिया नहीं चलाए जाते।
भाजपा सत्ता के लालच में पागल
सुब्रतो मुखर्जी ने कहा कि सीपीएम ने पहले इस मौत के बारे में राजनीतिकरण किया था। लेकिन आमतौर पर कोई दक्षिणपंथी राजनीतिक दल ऐसा नहीं करता है। लेकिन आज मैंने देखा कि भाजपा सत्ता के लालच में पागल हो गई है। पश्चिम बंगाल की ताकत दिल्ली की ताकत से अधिक है। वह लापरवाह हो गए हैं।
इस बीच, सुब्रतो मुखर्जी ने कहा कि पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है कि मृतक के पास शाॅटगन भी थी। उन्होंने कहा “हम किसी की मौत से दुखी हैं। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य पुलिस को फायरिंग के लिए उकसाना था।
लेकिन उकसाने की हजार कोशिशों के बावजूद पुलिस ने फायरिंग नहीं की है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने धैर्य से काम लिया। पुलिस को लाठी और डंडों से पीटा गया, लेकिन आग्नेयास्त्रों का इस्तेमाल नहीं किया।
भाजपा के राज्य महासचिव सीयांतान बसु ने दावा किया कि रिपोर्ट से पता चला है कि हमारे आरोपों ने साबित कर दिया कि पुलिस आग्नेयास्त्रों का उपयोग कर रही थी और उन्होंने ऐलन को गोली मार दी। हमारे खिलाफ आरोप हास्यास्पद हैं। ऐलन को सीने में गोली मारी गई थी क्योंकि वे गलियारे से नीचे चले गए थे। अगर जुलूस में किसी ने उसे गोली मार दी होती तो उसे पीठ में गोली लगी होती।
[हम्स लाईव]