हज 2021 की अनुमानित लागत पर शुल्क आधारित की गई है। मुंबई से 3.5 लाख और गुवाहाटी से 4 लाख रूपये अदा करने होंगे।
मुंबई: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज घोषणा की कि हज 2021 के लिए केवल 43 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं। इसे देखते मद्देनजर समय सीमा की अंतिम तिथि बढ़ाकर 10 जनवरी तक कर दिया गया है।
इस बार देश में 21 के बजाय 10 प्रस्थान केंद्र होंगे और मुस्लिम महिलाओं द्वारा के बिना “मेहरम” 500 आवेदन प्राप्त हुए हैं और उन्हें बिना किसी ड्रा के मंजूरी दी जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि हज 2021 के खर्चों के अनुमान के आधार पर शुल्क तय किया गया और सऊदी अरब से प्राप्त जानकारी के आधार पर इसे घटा दिया गया है। मुंबई और अहमदाबाद से यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों को लगभग 330,000 रुपये का भुगतान करना होगा।
बैंगलोर, लखनऊ, दिल्ली और हैदराबाद केंद्रों से लगभग 3.5 लाख रुपये और कोचीन और श्रीनगर से 360,000 रुपये, कोलकाता से 370,000 रुपये और गुवाहाटी से अधिकतम 400,000 रुपये अदा करने होंगे।
वन नेशन, वन फेयर (एक देश, एक किराया) वर्तमान में संभव नहीं
श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने एक सवाल का जवाब देते हुए, कहा “वन नेशन, वन फेयर” (एक देश, एक किराया) फिलहाल संभव नहीं है, लेकिन यह एक अच्छा सुझाव है, जिसका सभी एयरलाइंस को पालन करना चाहिए।
वर्तमान किराया के बारे उन्होंने कहा कि कि यह केवल अजीजिया श्रेणी के लिए है, यह कम या ज्यादा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के, वैश्विक प्रोटोकॉल के दिशा-निर्देशों का निष्ठापूर्वक पालन किया जाएगा।
सऊदी सरकार ने अभी तक उमराह पर कोई दिशानिर्देश जारी नहीं किया है, लेकिन सऊदी सरकार ने उमराह तीर्थयात्रियों को 18 से 50 वर्ष की उम्र के बीच मंजूरी दे दी थी, और इसे अब 65 साल तक बढ़ाया जा सकता है।
[हम्स लाईव]