1971 में बांग्लादेश को आजाद कराने में भारतीय सेना की बहादुरी को सलाम करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उस समय देश का नेतृत्व मजबूत हाथों में था और पड़ोसी देश सीमा का उल्लंघन करने से डरते थे।
नई दिल्ली: पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज 1971 में बांग्लादेश को आजाद कराने में भारतीय सेना की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि उस समय देश का नेतृत्व मजबूत हाथों में था और पड़ोसी देश सीमा का उल्लंघन करने से डरते थे।
श्री गांधी ने ट्वीट किया, “1971 में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के अवसर पर भारत के लोगों को बधाई और सेना की बहादुरी को सलाम।”
उन्होंने कहा “सन् ‘71 में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के उत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएँ और सेना के शौर्य को नमन। ये उस समय की बात है जब भारत के पड़ोसी देश भारत के प्रधानमंत्री का लोहा मानते थे और हमारे देश की सीमा का उल्लंघन करने से डरते थे!”
सन् ‘71 में भारत की पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत के उत्सव पर देशवासियों को शुभकामनाएँ और सेना के शौर्य को नमन।
ये उस समय की बात है जब भारत के पड़ोसी देश भारत के प्रधानमंत्री का लोहा मानते थे और हमारे देश की सीमा का उल्लंघन करने से डरते थे!#VijayDiwas
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2020
गौरतलब है कि 1971 में 16 दिसंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच 13 दिनों के युद्ध के बाद, पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना के लिए बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया और बांग्लादेश स्वतंत्र हो गया। श्रीमती इंदिरा गांधी उस समय देश की प्रधान मंत्री थीं।
[हम्स लाईव]