23.1 C
Delhi
Friday, December 1, 2023

चीन में कोरोना ने फिर दी दस्तक, 24 घंटों में 130 नए मामले

एशियाचीन में कोरोना ने फिर दी दस्तक, 24 घंटों में 130 नए मामले

चीन के वुहान शहर में पाये गये कोरोना वायरस का संबंध चीनी प्रयोगशालाओं से जुड़ा हो सकता है। कोविड-19 और आम मौसमी बीमारियों दोनों के अनुरूप लक्षणों के साथ, सर्दियों के मौसम में 2019 में महामारी के पाया गया पहला यहीं पाया गया था।

बीजिंग: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का केंद्र रहे चीन में इस वायरस ने एक बार फिर दस्तक दे दी है और कल शुक्रवार कि रिपोर्ट अनुसार देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 130 नए मामले दर्ज किये गए है।

नेशनल हेल्थ कमीशन ने शनिवार को बताया कि कोरोना के 130 नए मामलों में 115 मामले स्थानीय स्थांतरण के है जबकि शेष 15 मामले बाहरी है। कमीशन ने अपनी प्रतिदिन जारी होने वाली रिपोर्ट में कहा कि हेबै प्रांत में 90 और हेइलोंगजियांग प्रांत में 23 तथा बीजिंग में कोरोना के दो नए मामले दर्ज किये गए है।

उसने बताया कि इस दौरान कोरोना से किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। चीन में कोरोना से अबतक 97,448 लोग संक्रमित हुए है जबकि इस महामारी के प्रकोप से देश में 4796 लोगों की मौत हुई है।

कोविड-19 का चीन की प्रयोगशालाओं से संबंध

उधर अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि चीन के वुहान शहर में पाये गये कोरोना वायरस का संबंध चीनी प्रयोगशालाओं से जुड़ा हो सकता है। कोविड-19 और आम मौसमी बीमारियों दोनों के अनुरूप लक्षणों के साथ, सर्दियों के मौसम में 2019 में महामारी के पाया गया पहला यहीं पाया गया था।

पोम्पियो ने कहा, “इस तथ्य से डब्ल्यूआईवी के वरिष्ठ शोधकर्ता शी झेंगली के उस दावे की विश्वसनीयता पर सवाल उठता है कि संस्थान के कर्मचारियों और छात्रों में सार्स अथवा सार्स-कोव-2 से संबंधित वायरस के लक्षण नहीं पाये गये।”

उन्होंने कहा, “अमेरिकी सरकार के पास इस तथ्य पर भरोसे की पुख्ता वहज है क्योंकि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में कई शोधकर्ता 2019 के अंत में कोरोना वायरस का पता चलने से पहले ही बीमार पड़ गये थे और उनमें मौसमी बीमारी तथा कोरोना संक्रमण दोनों के लक्षण पाये गये थे।

उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के विशेषज्ञों का अंतरराष्ट्रीय दल इस सप्ताह के शुरू में इस महामारी की मूल वजहों का अध्ययन करने के लिए वुहान पहुंचा है।

इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कुछ आंकड़े साझा किये हैं और उम्मीद जतायी है कि डब्ल्यूएचओ चीन के अधिकारियों पर इस प्राणघातक विषाणु के बारे में अधिक जानकारी साझा करने के लिए दबाव डालेगा।

[हम्स लाईव]

Check out our other content

Check out other tags:

Most Popular Articles