मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री अख़तरुल ईमान अपनी पार्टी के विधायकों को लेकर सीमांचल के विकास के लिए लगातार प्रदेश के अधिकारियों से मिलकर छेत्र के समस्याओं के समाधान के लिए कोशिश कर रहे हैं।
पटना: मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के बिहार प्रदेश अध्यक्ष व नेता विधायक दल श्री अख़तरुल ईमान अपनी पार्टी AIMIM के सभी विधायकों के साथ सीमांचल के विभिन्न समस्याओं को लेकर गुरुवार को माननीय मुख्यमंत्री बिहार श्री नितीश कुमार से मुलाकात की।
अख़तरुल ईमान साहब अपनी पार्टी के विधायकों को लेकर सीमांचल का विकास के लिए लगातार प्रदेश के अधिकारियों से मिलकर छेत्र के समससियाओं के समाधान के लिए कोशिश कर रहे हैं।
सीमांचल में विकास की गति को तेज़ करने के लिए, मजलिस के सारे विधायक सरगर्म हैं। सीमांचल में सैलाब की रोकथाम, नदी कटाओ ख़त्म करने और नए-पुराने पुलों के निर्माण की मांग को लेकर मजलिस बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री अख़तरुल ईमान की अगुवाई में बायसी विधान सभा छेत्र के विधायक सय्यद रुकनूद्दीन, कोचाधामन विधायक श्री इज़हार आसफी, बहादुरगंज विधायक अनजार नईमी, और जोकीहाट विधायक श्री शहनवाज़ आलम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाक़ात की।
बता दें कि उपचुनाव में किशनगंज से मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के उम्मीदवार श्री कमरुल हूदा के जीतने के बाद 2020 के विधान सभा चुनाव में पहली बार मजलिस के पाँच विधायक की जीत के बाद सीमांचल के लोगों को काफी उम्मीदें हैं और उन्हें लगता है कि छेत्र में अब विकास कार्ये आगे बढ़ेंगे।
मजलिस विधायकों की इस मुलाकात को काफी महत्व के साथ इस लिए भी देखा जा रहा है क्यूंकी खुद AIMIM ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैन्डल में इस मुलाकात का जिक्र क्या है।
सीमांचल में विकास की गति को तेज़ करने के लिए, मजलिस के सारे विधायक सरगर्म हैं। सीमांचल में सैलाब के रोकथाम, नदी कटाओ ख़त्म करने और नए-पुराने पुलों के निर्माण की मांग को लेकर AIMIM बिहार प्रदेश अध्यक्ष @Akhtaruliman5 की अगुवाई में… [1/2] pic.twitter.com/PA0SKxoioI
— AIMIM (@aimim_national) January 28, 2021
मजलिस के पांचों विधायकों पर काफी जिम्मेदारी बताई जा रही है क्यूंकी उन्हें जिन उम्मीदों पर चुना गया है उनपर खड़ा भी उतरने की कोशिश करना है। इसी लिए मजलिस के सभी विधायक विशेषकर बिहार प्रदेश अध्यक्ष व नेता विधायक दल श्री अख़तरुल ईमान विकास प्रगति कामों को आगे बढ़ाने में पूरी तरह से लगे हुए बताए जाते हैं और करीब हर दिन किसी न किसी अधिकारी से मिलकर सलाह मशवरा कर रहे हैं।
हालांकि छेत्र के कुछ लोग मानते हैं कि चूंकि बिहार में सरकार दूसरी पार्टी की है इस लिए विकास कार्यों को आगे बढ़ाना मजलिस के विधायकों के लिए आसान नहीं होगा। उसपर श्री अखतरुल ईमान का कहना है कि ये लोकतंत्रए है और सरकार किसी भी पार्टी की हो काम करना न करना पब्लिक प्रतिनिधि की अबिलिटी पर निर्भर करता है।
हम्स न्यूज हिन्दी सेवा से हाल ही में बात करते हुए श्री ईमान ने कहा कि “इस से पहले भी हमें दूसरी पार्टी की सरकार से काम करने का तजरूबा रहा है और हमें पता है कि काम कैसे करना है।“ मुख्य मंत्री नीतीश कुमार से श्री अखतरूल ईमान की गुरुवार की इस मुलाकात को इसी नजरिए से देखा जा रहा है कि पहले से राजनीतिक तजरूबा वाले मजलिस के तीन विधायक अपने तजरूबा का भर पुर इस्तेमाल करेंगे।
जोकीहाट के विधायक को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ काम करने का तजरुबा रहा है जबकि खुद मजलिस के प्रदेश अध्यक्ष का जदयू और उसके मुख्या एवं मुख मंत्री श्री नीतीश कुमार से भी पहले से संबंध रहे हैं।
[हम्स लाईव]