Tuesday, June 6, 2023
Homeएशियाम्यांमार में एक साल के लिए आपातकाल व्हाइट हाउस ने दी कार्रवाई...

म्यांमार में एक साल के लिए आपातकाल व्हाइट हाउस ने दी कार्रवाई करने की धमकी

म्यांमार में सेना ने में आपातकाल की स्थिति की घोषणा कर दी। आंग सान सू की समेत राष्ट्रपति विन मिंट और सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य सदस्य हिरासत में हैं और अमेरिका ने कार्रवाई की धमकी दी है

 

नेपिडॉ:  म्यांमार स्टेट काउंसलर आंग सान सू की समेत राष्ट्रपति विन मिंट और सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य सदस्यों को सोमवार को हिरासत में लिये जाने के बाद सेना ने देश में आपातकाल की स्थिति की घोषणा कर दी।

इससे पहले मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि सुश्री आंग सान सु की और श्री विन मिंट के साथ-साथ नेशनल लीग फ़ॉर डेमोक्रेसी पार्टी के अन्य सदस्यों को आज सुबह सेना ने तख्ता पलट कर हिरासत में लिया गया।

गत माह जनवरी में म्यांमार के सेना ने आठ नवंबर के चुनाव के दौरान में मतदान में व्यापक रूप से धांधली होने पर तख्तापलट की आशंका जताई थी, यह चुनाव देश में वर्ष 2011 में सैन्य शासन के अंत के बाद दूसरा आम चुनाव हुआ था।

 

व्हाइट हाउस ने दी कार्रवाई करने की धमकी

अमेरिका ने स्टेट काउंसलर आंग सान सू की और म्यांमार में राष्ट्रपति विन म्यिंट की हिरासत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी है।

इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने उन्हें म्यांमार की स्थिति पर जानकारी दी। अमेरिका ने सुश्री आग सान की और राष्ट्रपति को सैन्य हिरासत से मुक्त करने को कहा है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की धमकी दी।

 

व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जेन साकी ने एक बयान में कहा कि “अमेरिका म्यांमार की रिपोर्टों से चिंतित है कि बर्मा की सेना ने देश के लोकतांत्रिक नुकसान पहुचाने के लिए कदम उठाए हैं, जिसमें स्टेट काउंसलर आंग सान सू की और बर्मा [म्यांमार] में अन्य नागरिक अधिकारियों की गिरफ्तारी हुई है। राष्ट्रपति [जो] बिडेन को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।“

 

इससे पहले, वेस्टर्न मीडिया ने बताया कि आंग सान सू की और राष्ट्रपति विन म्यिंट को भी सोमवार को सैन्य हमले में म्यांमार की सत्तारूढ़ पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ हिरासत में लिया गया था।

 

बयान में कहा गया है कि “हम बर्मा के लोकतांत्रिक संस्थानों के लिए अपने मजबूत समर्थन की पुष्टि करना जारी रखेंगे, और हमारे क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ समन्वय में, सैन्य और अन्य सभी दलों से लोकतांत्रिक मानदंडों और कानून का पालन करने और आज हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करने का आग्रह करते हैं। अमेरिका इस का विरोध करता है। हाल ही में हुए चुनावों के परिणामों को बदलने या म्यांमार के लोकतांत्रिक परिवर्तन को बाधित करने का कोई भी प्रयास, और इन कदमों के उलट होने पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।“

 

जनवरी में म्यांमार की सेना ने तख्तापलट की आशंका जताई थी, जिसके बाद 8 नवंबर के चुनाव के दौरान व्यापक चुनाव धंदाली हजि हुई थी। यह 2011 में सैन्य शासन के अंत के बाद देश का दूसरा आम चुनाव था।

Stay Connected

1,913FansLike
502FollowersFollow
433FollowersFollow
RELATED ARTICLES

Stay Connected

1,913FansLike
502FollowersFollow
433FollowersFollow

Most Popular

Recent Comments

Would you like to receive notifications on latest updates? No Yes