राजनाथ सिंह ने कहा कि हम सभी चुनौतीपूर्ण भू-राजनैतिक परिदृष्य में रह रहे हैं जिसमें देशों को न केवल सैन्य हमलों के खतरे का सामना करना पड़ रहा है बल्कि कोरोना जैसी महामारी भी तबाही मचा रही है।
बेंगलुरु: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत क्षेत्र में स्थिरता और समृद्धि का माहौल बनाने के लिए सुरक्षा क्षेत्र में क्षमता निर्माण की दिशा में मित्र देशों के साथ मिलकर काम करने को तैयार है।
श्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को यहां एयरो इंडिया शो के दौरान वायु सेना प्रमुखों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि हम सभी चुनौतीपूर्ण भू-राजनैतिक परिदृष्य में रह रहे हैं जिसमें देशों को न केवल सैन्य हमलों के खतरे का सामना करना पड़ रहा है बल्कि कोरोना जैसी महामारी भी तबाही मचा रही है।
इस स्थिति में भारत मित्र देशों के साथ मिलकर सहयोग से क्षमता निर्माण की दिशा में काम करने को तैयार है। इससे इन देशों के अपने सुरक्षा मुद्दों का भी समाधान किया जा सकेगा।
श्री राजनाथ सिंह कहा कि हिन्द महासागर क्षेत्र में भारतीय सेनाओं की क्षमता और ताकत का प्रदर्शन विभिन्न आपदाओं के दौरान दुनिया ने देखा है और भारत अपने मित्र देशों को इसका लाभ पहुंचाना चाहता है।
स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अभी वायु सेना के लिए 83 विमानों का आर्डर दिया गया है जो स्वदेशी रक्षा उद्योग में सरकार के विश्वास का प्रतीक है और यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी महत्वपूर्ण पहल है।
श्री राजनाथ सिंह और यह कहा कि रक्षा क्षेत्र में विनिर्माण को बढावा देने के लिए शुरू की गयी नयी नीतयिां इस बात का उदाहरण है कि विदेशी कंपनियों के लिए भारत में भागीदारी के लिए इससे अच्छा मौका और कोई नहीं होगा। इससे सरकार का ‘मेक इन इंडिया’ का सपना भी पूरा होगा। इस सम्मेलन में अनेक देशों के वायु सेना प्रमुख हिस्सा ले रहे हैं।