प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के आंदोलन को वापस लेने की अपील करते हुए दोहराया कि उनकी सरकार गरीबों के लिए समर्पित सरकार है। गरीबी को समाप्त करने के लिए कृषि सुधार आवश्यक हैं।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को तीन कृषि कानूनों पर किसानों के आंदोलन को वापस लेने का अपील करते हुए दोहराया कि उनकी सरकार गरीबों के लिए समर्पित सरकार है। गरीबी को समाप्त करने के लिए कृषि सुधार आवश्यक है।
श्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में तीन दिवसीय बहस का जवाब देते हुए कहा कि देश में 12 करोड़ किसान दो एकड़ से कम जमीन हैं और उन्हें सरकार के ओर से दी जा रही सहायता का कोई लाभ नहीं मिल पाता है। सरकार का लक्ष्य इन किसानों तक पहुंचना है।
किसानों को अपना आंदोलन वापस लेना चाहिए
उन्होंने कहा कि कृषि सुधार हमेशा पिछली सरकारों की प्राथमिकता रही है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्रियों लाल बहादुर शास्त्री और चौधरी चरण सिंह का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि किसानों को अपना आंदोलन वापस लेना चाहिए।
बहुत कम जमीन वाले किसानों की संख्या 12 करोड़ से ज्यादा है। क्या इन किसानों के प्रति देश की कोई जिम्मेदारी नहीं है?
हमें मिलकर इस सवाल का जवाब ढूंढ़ना होगा और जिसको जो भी मौका मिले, वह करना होगा। pic.twitter.com/pQxOuwYvB5
— Narendra Modi (@narendramodi) February 8, 2021
कोई कानून अंतिम नहीं है। इन में सुधार के लिए बहुत जगह है और बाद में सुधार किया जाएगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि एक बार कानून लागू होने के बाद, किसी भी कमी होगी उसे दूर कर ली जाएगी।
[हम्स लाईव]