नवाब मलिक ने कहा, अनिल देशमुख पर आरोप गंभीर है और इसकी जांच के निष्कर्ष के आधार पर कार्रवाई पूरी नहीं हो जाती तब तक अनिल देशमुख का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जायेगा।
मुंबई: महाराष्ट्र राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रदेश प्रवक्ता एवं राज्य के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक ने सोमवार को गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा स्वीकार करने से साफ इन्कार किया।
श्री मलिक ने कहा कि श्री सिंह के आरोप गंभीर हैं और इसकी जांच के निष्कर्ष के आधार पर कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा कि मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने श्री देशमुख से उस समय मुलाकात की जब वह कोरोना संक्रमित थे। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी सरकार और गृह मंत्री की छवि धूमिल करने की कोशिश की गयी।
उन्होंने कहा कि श्री सिंह ने अपने तबादले के बाद यह पत्र लिखा। गत 17 मार्च को तबादला होने की जानकारी मिलने पर कुछ सवाल पूछकर चैट साक्ष्य एकत्र किये। चैट के मुताबिक श्री देशमुख ने सचिन वाजे से फरवरी के अंतिम सप्ताह में मुलाकात की थी।
इस बीच श्री देशमुख विदर्भ के दौरे पर गये थे। उसी समय वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये। वह अगले 15 दिनों तक अस्पताल में रहे तथा 27 दिसंबर को रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी।
श्री मलिक ने कहा कि कुछ गढ़े हुए साक्ष्यों के आधार पर उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।