श्री महापात्रा ने कहा, राज्य में 45 वर्ष की उम्र समूह के 1.16 करोड़ लोग हैं 43.55 लाख लोगों को कोरोना टीका में प्राथमिकता का पहला टीका लगाया गया है और 23.43 लाख लोग दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे हैं, इनमें से 5.96 लाख लोगों को कोरोना की दूसरी खुराक दी जा चुकी है और बाकी 17.47 लाख लोगों को दूसरी खुराक दी जानी है।
भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने 45 से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना टीका में प्राथमिकता देने का फैसला लिया है।
श्री महापात्रा मुख्य सचिव ने कहा कि सरकार ने पांच नगर निगम क्षेत्रों जैसे कि भुवनेश्वर, कटक, बेरहामपुर, संबलपुर और राउरकेला में टीकाकरण को प्राथमिकता देने का फैसला किया है जहां कोविड पॉजिटिव मरीजों की दर 20 प्रतिशत से अधिक है।
श्री महापात्रा ने कहा कि राज्य में 45 वर्ष की उम्र समूह के 1.16 करोड़ लोग हैं और इससे अधिक के 43.55 लाख जिन्हें कोरोना का पहला टीका लगाया गया है और 23.43 लाख लोगों को दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इनमें से 5.96 लाख लोगों को कोरोना वायरस की दूसरी खुराक दी जा चुकी है और बाकी 17.47 लाख लोगों को दूसरी खुराक दी जानी है, जिसके लिए उन्हें इंतजार करना होगा।
उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन महज भुवनेश्वर नगर गिगम इलाकों में दी गयी है, जबकि राज्य के सभी 30 जिलों में बीएमसी क्षेत्र में कोविशील्ड टीका दिया जा रहा है।
श्री महापात्र ने कहा कि भुवनेश्वर में कोवैक्सीन की दूसरी खुराक के टीकाकरण से कोई समस्या नहीं है क्योंकि राज्य में टीकाकरण के लिए कोविशील्ड की कमी सामने आयी है।
उन्होंने कहा, सरकार पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट के साथ संपर्क में है और कंपनी से दूसरी खुराक के इंतजार में लोगों को 15 लाख टीके देने का अनुरोध किया है।
श्री महापात्रा ने कहा कि कंपनी ने दो दिन पहले एक लाख टीके उपलब्ध कराए थे और 15 मई तक लगभग सात लाख टीके और प्राप्त होने की उम्मीद जतायी है।
उन्होंने निजी अस्पतालों के टीकाकरण केन्द्रों से एक मई से टीकाकरण रोकने को कहा है और जिन टीकों को उपयोग नहीं किया गया, उन्हें राज्य सरकार को लौटाने को कहा है।
उन्होंने कहा, जिन लोगों ने 30 अप्रैल तक निजी अस्पतालाें में कोरोना की पहली खुराक ली है वह अब कोरोना की दूसरी खुराक को सरकार की ओर से चलाए जा रहे अस्पतालों से नि:शुल्क टीका लगा सकते हैं।