श्री चौटाला ने यहाॅ जारी बयान में कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जितने भी किसानों पर मुकद्दमे दर्ज हुए हैं, सरकार को तुरंत प्रभाव से वापिस लेना चाहिए।
चंडीगढ़: इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता अभय सिंह चौटाला ने आज कहा कि प्रशासन के किसानों पर 16 मई को हिसार में दर्ज किए गए मुकदमे वापिस लेने का आज का आश्वासन विश्वास करने लायक नहीं है क्योंकि प्रदेश सरकार पहले भी किसानों पर दर्ज मुकदमे वापिस लेने की बात कहकर मुकर चुकी है।
उन्होंने यहां जारी बयान में कहा कि किसान आंदोलन के दौरान जितने भी किसानों पर मुकद्दमे दर्ज हुए हैं, सरकार को तुरंत प्रभाव से वापिस लेना चाहिए।
इनेलो नेता ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन के तहत संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 26 मई को ‘काला दिवस’ मनाए जाने का समर्थन किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम करने में जिस तरह से सरकार फेल हुई है और कहा कि मुख्यमंत्री का यह कहना कि ब्लैक फंगस के लिए इंजेक्शन नहीं मिल रहे, गैर-जिम्मेदाराना बयान है और इससे यह साबित हो गया है कि मनोहर लाल खट्टर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के काबिल नहीं हैं।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के कोरोना महामारी पर इतिहास लिखे जाने वाले दिए गए बयान पर श्री चौटाला ने कहा कि इतिहास वो लिखते हैं जिन्होंने कुछ उपलब्धि हासिल की हो, पर इस कोरोनाकाल में तो सरकार ने जनता को मौत के मुंह में धकेलने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि अगर सही इतिहास लिखना है तो कोरोना महामारी पर सरकार श्वेत-पत्र जारी करे और प्रदेश की जनता को बताए कि कोरोना संक्रमित मरीजों को वैंटीलेटर, आक्सीजन, बैड और दवाइयां क्यों उपलब्ध नहीं करवा पाए।
आक्सीजन और दवाइयों की सरेआम कालाबाजारी क्यों हुई जिसके कारण बेकसूर लोगों ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
[हम्स लाईव]