एआईएमआईएम से जोकीहाट के विधायक शहनवाज आलम ने इस्माइल के लिचिंग मामले से संबंधित अररिया के डीएम और एसपी से मुलाकात करके अपनी मांगें रखीं।
इस मुलाकात में अररिया के डीएम और एसपी से एआईएमआईएम से जोकीहाट के विधायक शाहनवाज आलम ने जो मांगें रखी वे इस प्रकार है।
1. इस्माइल के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
2. फरार आरोपियों को जितनी जल्दी हो सके गिरफ्तार किया जाए।
3. आवश्यकता पड़ने पर कुर्की जब्त करके फरार हुए आरोपियों पर दबाव बनाया जाए।
ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलीस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) से जोकीहाट विधायक शहनवाज आलम ने सोमवार को पीड़ित परिवार के साथ मुलाकात में लगभग चार घंटा बिताए और कहा कि यह निंदनीय है। मैं पीड़ित के परिवार के साथ लगातार संपर्क में हूँ और पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हमने प्रशासन से अन्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। वजह चाहे जो भी हो, इस्माइल को जिस तरह मारा गया है वह शर्मनाक है। उसे मारने के लिए अलग-अलग हथियार का इस्तेमाल किया गया है। ऐसा लगता है कि इसमें शामिल लोग असमाजिक तत्व हैं। हम कानून में विश्वास करते हैं। हमने सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि इस तरह की घटना न दोहराएं।
बिहार के अररिया जिले में रविवार की सुबह चोरी के संदेह में हुई जहां 30 वर्षीय इस्माइल को जोकीहाट के कुर्पाल गांव में भीड़ ने मार डाला । पुलिस ने कहा पीड़ित के परिवार का दावा है कि कुछ पुराने संघर्ष थे जिससे कारण हत्या हुई, लेकिन अन्य ग्रामीणों का कहना है कि इस्माइल चोर था। बाद में आरोपी उसे पास के अस्पताल में ले गया,
जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने लीपापोती में शामिल 15 लोगों के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कर दो प्रधान आरोपी रूपेश यादव व नितेश यादव को दबोच लिया। अररिया सब डिवीजनल पुलिस ऑफिसर (एसडीपीओ) पुष्पर कुमार ने बताया, हमें सूचना मिली कि वह (इस्माइल) चोरी करने के आरोप में रूपेश और नितेश के घर गया था, और वहां उसे पकड़ लिया गया और उनके व अन्य ग्रामीणों द्वारा उसकी पिटाई की गई उसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। अब पीड़ित परिवार का दावा है कि उनके साथ कुछ पुराना विवाद था, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि वह चोर था। हम दोनों ओर से जांच कर रहे हैं।
इस्माइल के 2 पत्निया, 3 बच्चे और एक बूढ़ी माँ का गरीब परिवार है और कीचड़ और बांस की झोपड़ी में रहता है और वह मिस्त्री का काम करता था। उनके परिवार का ये भी कहना है कि वो दिल्ली और पंजाब में प्रवासी मज़दूर के तौर पर काम करते थे और जब लॉकडाउन लगा था तब वह घर लौटे थे, फिर वह गांव में मजदूर और इलेक्ट्रिशियन के रूप में काम करने लगा।
इस्माइल के हत्यारों को खोजने के लिए जांच और पूछताछ जारी है। पिछले कुछ वर्षों में भारत में खासतौर पर मुसलमानों के लिचिंग की जा रही हैं। भारत अब लिचिंगस्तान के उप नाम से जाना जाता है। बहुत से भारतीयों को शब्दकोश की तलाश करनी पड़ी या लाइचिंग के अर्थ की गूगल सर्च करनी पड़ी क्योंकि इससे पहले इस तरह के प्रचलित मामलों के बारे में किसी ने हकीकत में नहीं सुना था।
[हम्स लाईव]