न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने सोमवार देर शाम भारत- अमेरिकी कानूनी संबंधों से जुड़े एक कार्यक्रम में कहा कि असहमति की आवाजें दबाने के लिए आतंक निरोधक सहित विभिन्न अपराध निरोधक कानूनों का दुरुपयोग किया जाता है , जो लोकतंत्र के अनुरूप नहीं है।
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने असहमति की आवाजें दबाने के लिए आतंक-विरोधी कानूनों के दुरुपयोग को लोकतंत्र के विरुद्ध करार दिया है।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने सोमवार देर शाम भारत-अमेरिकी कानूनी संबंधों से जुड़े एक कार्यक्रम में कहा कि असहमति की आवाजें दबाने के लिए आतंक निरोधक कानून सहित विभिन्न अपराध निरोधक कानूनों का दुरुपयोग किया जाता है, जो लोकतंत्र के अनुरूप नहीं है।
उन्होंने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा प्राथमिकता के आधार पर करने की अदालतों को सलाह दी।
न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि भारत सबसे पुराना और सबसे बड़ा लोकतंत्र है और इस नाते विभिन्न मोर्चों पर भिन्न-भिन्न आदर्शों का प्रतिनिधित्व करता है।
उन्होंने कहा, “हमारा संविधान भी मानवाधिकारों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता दिखाता है।
[हम्स लाईव]