केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह 102वें अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर शनिवार, 6 जुलाई को गुजरात के गांधीनगर में “सहकार से समृद्धि” सम्मेलन को संबोधित करेंगे। सहकारिता मंत्रालय इस अवसर पर गांधीनगर में इस सम्मेलन का आयोजन कर रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस का महत्व
सहकारिता मंत्रालय के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस दुनिया भर में सहकारी आंदोलन का वार्षिक उत्सव है। यह दिवस 1923 से अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA) द्वारा जुलाई महीने के पहले शनिवार को मनाया जाता है। इस वर्ष यह दिवस 6 जुलाई को मनाया जाएगा, जो कि केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय का तीसरा स्थापना दिवस भी है। 102वें अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस की थीम है- “सहकारिता सभी के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण करती है।”
सम्मेलन की प्रमुख घोषणाएं
गांधीनगर में आयोजित ‘सहकार से समृद्धि’ सम्मेलन के दौरान केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सरकार की एजीआर-2 योजना के तहत किसानों द्वारा नैनो-उर्वरक की खरीद पर 50% सहायता योजना का शुभारंभ करेंगे। इसके साथ ही वे कार्यक्रम में ही तीन किसानों को इसके लिए भुगतान कर योजना का शुभारम्भ करेंगे। इसके अलावा, अमित शाह नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) द्वारा उत्पादित ‘भारत ऑर्गेनिक आटा’ भी लॉन्च करेंगे।
अन्य प्रमुख कार्यक्रम
6 जुलाई को ही, अमित शाह बनासकांठा में चांगड़ा मिल्क प्रोड्यूसर्स कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड का दौरा करेंगे। वे माइक्रो-एटीएम पर RuPay किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के माध्यम से दूध उत्पादकों द्वारा किए गए लेन-देन की भी समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही, केंद्रीय मंत्री महिला दूध उत्पादकों के लिए शून्य प्रतिशत ब्याज योजना के तहत केसीसी-पशुपालन कार्ड भी जारी करेंगे।
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री पंचमहल जिले में भी जाएंगे, जहां वे अंगड़िया अर्थक्षम सेवा सहकारी मंडली का दौरा करेंगे और आसपास के सहकारी सदस्यों के साथ विस्तृत बातचीत करेंगे। वे आशापुर छारिया दूध सहकारी समिति का भी दौरा करेंगे और डेयरी के कामकाज की समीक्षा करेंगे। पंचमहल में गुजरात के संदर्भ में सहकारिता मंत्रालय की विभिन्न महत्वपूर्ण पहलों पर समीक्षा बैठक होगी, जिसकी अध्यक्षता अमित शाह करेंगे।
सहकारिता मंत्रालय की पहल
सहकारिता मंत्रालय ने बहुत ही कम समय में सहकारी क्षेत्र में 54 से अधिक पहल की हैं। अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस 2024 के अवसर पर सहकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित सम्मेलन देश के साथ-साथ दुनियाभर में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम होगा। यह सम्मेलन 2024 की थीम को और मजबूत करने में मदद करेगा, जिसमें अमित शाह “सभी के लिए बेहतर भविष्य बनाने” के लिए सहकारी समितियों के साथ संवाद शुरू करेंगे।
भविष्य की दिशा
यह सम्मेलन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष (IYC2025) घोषित किया गया है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए ‘सहकार से समृद्धि’ के मंत्र को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।