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Monday, April 21, 2025

पाकिस्तानी युवती खादिजा नूर को सीतामढ़ी जेल से मिली जमानत, प्रेमी बना जमानतदार

इंडियापाकिस्तानी युवती खादिजा नूर को सीतामढ़ी जेल से मिली जमानत, प्रेमी बना जमानतदार

सीतामढ़ी की जेल में दो साल बिताने के बाद पाकिस्तानी युवती को मिली राहत

न्यूज़ डेस्क, अमर उजाला, सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जेल में बंद पाकिस्तानी युवती खादिजा नूर को आखिरकार जमानत मिल गई है। खादिजा नूर, जो पाकिस्तान के फैसलाबाद मदीना टाउन की निवासी हैं, को उनके प्रेमी सैयद हैदर द्वारा जमानतदार बनाए जाने के बाद राहत मिली। यह मामला पिछले साल की एक अप्रत्याशित घटना से जुड़ा है, जब खादिजा बिना वीजा के भारत में प्रवेश करने के कारण गिरफ्तार हुई थीं।

कौन, क्या, कहाँ, कब, क्यों और कैसे?

**कौन:** खादिजा नूर, 25 वर्षीय पाकिस्तानी युवती, जो फैसलाबाद की रहने वाली हैं। उनका प्रेमी सैयद हैदर है, जो हैदराबाद, आंध्र प्रदेश का निवासी है।

**क्या:** खादिजा को 8 अगस्त 2022 को भिट्ठामोड़ बॉर्डर पर बिना वीजा के भारत में प्रवेश करते हुए गिरफ्तार किया गया। उन्हें पिछले दो साल से अधिक समय तक सीतामढ़ी जेल में रहना पड़ा।

**कहाँ:** यह घटना बिहार के सीतामढ़ी में हुई है, जहाँ खादिजा को जेल में रखा गया था।

**कब:** खादिजा को जमानत 21 मार्च 2025 को मिली, जब उनके प्रेमी ने जमानतदार के रूप में उनकी मदद की।

**क्यों:** खादिजा को वीजा न होने के कारण गिरफ्तार किया गया था। उनके खिलाफ भारत विरोधी गतिविधियों का कोई सबूत अब तक नहीं मिला है।

**कैसे:** खादिजा को कुछ शर्तों के साथ कोर्ट द्वारा जमानत दी गई है, जिसके अनुसार उन्हें सीतामढ़ी में ही रहना होगा और उनके प्रेमी को हर महीने कोर्ट और स्थानीय थाने में हाजिरी लगानी होगी।

खादिजा को मिली जमानत की शर्तें

खादिजा को सीतामढ़ी अदालत से जमानत मिलने के बाद उन्हें कुछ शर्तों का पालन करना होगा। इन शर्तों में प्रमुख है कि उन्हें मुकदमे के निष्पादन तक सीतामढ़ी में रहना होगा। इसके अलावा, सैयद हैदर का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है ताकि उसकी यात्रा पर रोक लगाई जा सके। कोर्ट ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सैयद हैदर को हर महीने अपने उपस्थित होने की रिपोर्ट अदालत और स्थानीय थाने में देनी होगी।

अधिवक्ता सेराज अहमद के अनुसार, खादिजा को केवल बिना वीजा के आने के कारण गिरफ्तार किया गया था और अब तक की जांच में उनके खिलाफ कोई भी भारत विरोधी गतिविधि का सबूत नहीं मिला है।

खादिजा का भारत आना

खादिजा ने अपने प्रेमी सैयद हैदर से मिलने के लिए पहले दुबई और फिर नेपाल होते हुए भारत प्रवेश किया। यह एक रोमांटिक यात्रा बनकर रह गई, जो अंततः एक कानूनी विवाद में बदल गई। खादिजा की जमानत के लिए उनके प्रेमी का जमानतदार बनना एक मजबूत राजनीतिक और सामाजिक संदेश देता है। यह दर्शाता है कि प्यार और रिश्ते कई बार कानूनी बाधाओं को पार कर सकते हैं।

जमानत के बाद का भविष्य

खादिजा अब सीतामढ़ी में रहकर अपने प्रेमी सैयद हैदर के साथ समय बिताने में सक्षम होंगी, जिससे उनकी प्रेम कहानी को नई दिशा मिलेगी। हालांकि, उन्हें अभी भी कानूनी प्रक्रियाओं का सामना करना होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या खादिजा को जल्द ही पूरी तरह से स्वतंत्रता मिलेगी या उन्हें और अधिक कानूनी जटिलताओं का सामना करना पड़ेगा।

खादिजा नूर के केस में दी गई जमानत ने कई सवाल उठाए हैं। क्या यह मामला दोनों देशों के बीच संबंधों को प्रभावित करेगा? क्या खादिजा को एक बार फिर से पाकिस्तान लौटने की अनुमति मिलेगी? इनमें से कई सवालों के जवाब समय ही देगा।

इस मामले में और जानकारी के लिए आप[अमर उजाला](https://www.amarujala.com) की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

 

 

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