सुशांत सिंह राजपूत के मामले में सीबीआई ने आत्महत्या के लिए उकसाने और ड्रग मामले की क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी है। यह रिपोर्ट सुशांत की आत्महत्या के पांच साल बाद आई है। सीबीआई द्वारा दाखिल की गई क्लोजर रिपोर्ट में बताया गया है कि सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले में जांच में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। यह क्लोजर रिपोर्ट पटना और मुंबई की विशेष अदालतों में दाखिल की गई है। इस मामले में सुशांत के पिता केके सिंह ने रिया चक्रवर्ती पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था, जबकि रिया ने सुशांत की बहन पर बिना डॉक्टर की सलाह के दवाईयां देने का आरोप लगाया था।
कौन, क्या, कहां, कब, क्यों और कैसे: सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट का सार
कौन: सुशांत सिंह राजपूत, बॉलीवुड अभिनेता, जिनकी मृत्यु ने पूरे देश में हलचल मचा दी थी।
क्या: सीबीआई ने आत्महत्या के लिए उकसाने और ड्रग प्रिस्क्रिप्शन के मामलों में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है।
कहां: यह रिपोर्ट पटना की विशेष अदालत और मुंबई की स्पेशल कोर्ट में जमा की गई।
कब: 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत के बांद्रा स्थित अपार्टमेंट में उनकी मौत हुई थी। क्लोजर रिपोर्ट 2025 में दाखिल की गई।
क्यों: जांच में कोई ठोस सबूत न मिलने की वजह से सीबीआई ने मामलों को बंद करने का निर्णय लिया।
कैसे: सीबीआई ने मामले की जांच के दौरान रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शौविक के बयान दर्ज किए। इसके अलावा एनसीबी ने भी ड्रग्स मामले की जांच की।
इस मामले की शुरुआत सुशांत के पिता केके सिंह द्वारा रिया चक्रवर्ती पर आरोप लगाने के साथ हुई थी। उन्होंने रिया पर यह आरोप लगाया था कि उसने सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाया और उसके खाते से 15 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इसके बाद रिया ने भी पलटवार करते हुए सुशांत की बहन प्रियंका सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
सीबीआई ने दोनों ही मामलों में बयान दर्ज किए, लेकिन जांच में उन्हें कोई ठोस सबूत नहीं मिला। इस कारण उन्होंने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल करने का फैसला किया।
रिया चक्रवर्ती की ओर से किए गए आरोप
रिया चक्रवर्ती ने अपने खिलाफ लगे आरोपों के बाद सुशांत की बहन प्रियंका सिंह पर एफआईआर दर्ज कराई। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रियंका ने बिना उचित जांच के कुछ दवाइयां सुशांत को दी थीं। जांच में प्रियंका के बयान के बाद भी सीबीआई को कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। इस संदर्भ में रिया की शिकायत और प्रियंका के बयान की जांच भी की गई, लेकिन नतीजा वही रहा — कोई ठोस सबूत नहीं।
सुशांत की मौत के बाद से यह मामला सुर्खियों में रहा। मीडिया में इस मामले पर कई साजिशों के दावे किए गए। रिया चक्रवर्ती को इस मामले में 28 दिनों तक जेल में रहना पड़ा, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई।
सीबीआई की जांच का निष्कर्ष
सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि न तो सुशांत को जहर दिया गया था और न ही उनका गला घोंटा गया। रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि सुशांत की आत्महत्या की वजह से उनके मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित सवाल उठते हैं, लेकिन जांच में किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि नहीं पाई गई।
सीबीआई ने यह रिपोर्ट अब अदालत में पेश की है, और अब यह अदालत की जिम्मेदारी है कि वह तय करे कि क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या इन मामलों में आगे की जांच की जरूरत है।
क्या अदालत इन रिपोर्टों को स्वीकार करेगी या नहीं, यह अब देखने वाली बात होगी। लेकिन यह भी सच है कि इस मामले ने न केवल सुशांत के परिवार को बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।
इस मामले ने न केवल मनोरंजन जगत में हलचल मचाई, बल्कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं पर भी एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बना दिया है।
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