भारत की आर्थिक सहायता से नेपाल में तीन महत्वपूर्ण पेट्रोलियम परियोजनाओं का निर्माण किया जाएगा। नेपाल के उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति मंत्री दामोदर भंडारी ने हाल ही में नई दिल्ली में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ इन परियोजनाओं पर गहन चर्चा की। इस बैठक के दौरान भारत के सहयोग से अमलेखगंज-चितवन, सिलीगुड़ी-झापा पाइपलाइन और झापा में भंडारण टैंक बनाने का निर्णय लिया गया।
भारत ने सब्सिडी के साथ पेट्रोलियम परियोजनाओं के निर्माण को दी मंजूरी
6-8 अगस्त को नई दिल्ली में आयोजित बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन के बाद काठमांडू लौटे मंत्री भंडारी की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल वाणिज्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव बाबूराम अधिकारी ने शनिवार को मीडिया को इस बारे में जानकारी दी। बाबूराम अधिकारी ने बताया कि भारतीय अनुदान के तहत पेट्रोलियम परियोजनाओं के निर्माण को अंतिम रूप दिया गया है। दोनों देशों के मंत्रियों के बीच हुई बैठक में यह तय किया गया कि भारत सब्सिडी के साथ इन परियोजनाओं के निर्माण पर सहमत हो गया है।
जल्द ही दोनों देशों के संयुक्त सचिव स्तर की बैठक में भारतीय सब्सिडी के साथ परियोजना निर्माण की औपचारिक सिफारिश की जाएगी और सरकार की मंजूरी के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
पिछले साल तत्कालीन प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ की नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक में इस समझौते को लेकर सहमति बनी थी। समझौते में तय किया गया था कि दोनों देशों की तेल कंपनियां 6 महीने के भीतर इन परियोजनाओं का निर्माण करेंगी। हालांकि, इस पर असमंजस था कि भारत ‘ऋण या अनुदान’ के रूप में कैसे निवेश करेगा। हाल ही में भारत दौरे पर मंत्री भंडारी ने इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की और समझौते को अंतिम रूप दिया, जिसमें भारत ने सब्सिडी के साथ परियोजनाओं के निर्माण पर सहमति जताई।