शेयर बाजार का हाल: शुरुआती कारोबार में तेजी फिर सपाट रुख
भारत के शेयर बाजारों में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी देखने को मिली। ये तेजी मुख्य रूप से बैंक शेयरों में खरीदारी और अमेरिकी बाजारों में सकारात्मक रुझान के कारण उत्पन्न हुई। बीएसई सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में 67.34 अंक की बढ़त के साथ 83,306.81 पर प्रविष्ट किया। वहीं, एनएसई निफ्टी 23.55 अंक बढ़कर 25,428.85 पर पहुंच गया। तथापि, इसके बाद के सत्र में बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला और अंततः सेंसेक्स 13.55 अंक गिरकर 83,221.65 पर और निफ्टी 4.15 अंक गिरकर 25,400.40 पर सीमित कारोबार कर रहे थे।
कौन, क्या, कहाँ, कब, क्यों और कैसे?
कौन: बाजार की स्थिति पर नज़र रखने वाले निवेशक और विश्लेषक, जो बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी के उतार-चढ़ाव की भविष्यवाणी करते हैं।
क्या: शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में तेजी के साथ-साथ बाद में सपाट कारोबार का रुख।
कहाँ: भारतीय शेयर बाजार, विशेष रूप से बंबई शेयर बाजार (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)।
कब: शुक्रवार, जब बाजार ने शुरुआती खरीदारी के साथ शुरूआत की।
क्यों: बैंक शेयरों में खरीदारी और अमेरिकी बाजारों में सकारात्मक रुझान के चलते।
कैसे: अमेरिका में शेयर बाजारों के मजबूत प्रदर्शन ने भारतीय बाजारों को प्रभावित किया और इसने स्थानीय निवेशकों की मानसिकता को भी सकारात्मक दिशा में मोड़ा।
सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों का प्रदर्शन मिश्रित रहा। कुछ प्रमुख शेयर जैसे बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक ने बढ़त दिखाई। वहीं, ट्रेंट, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा और मारुति के शेयरों में गिरावट आई।
निवेशकों का रुख
बीते गुरुवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 1,481.19 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू निवेशकों (डीआईआई) ने 1,333.06 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस आंकड़े ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया और निवेशकों के बीच सतर्कता बढ़ा दी।
एशियाई और अमेरिकी बाजार का हाल
एशियाई बाजारों में, जापान का निक्केई 225 और शंघाई एसएसई कंपोजिट सूचकांक बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंग सेंग गिरावट के साथ बंद हुआ। इसी बीच, अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए थे, जिसके कारण भारतीय बाजार में भी हल्का सकारात्मक रुझान देखने को मिला। वैश्विक तेल बाजार में भी हल्की गिरावट आई।
विशेषज्ञों की राय
जियोजित इन्वेस्टमेंट के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने बताया कि “निफ्टी की 25,200-25,800 की सीमा को तुरंत तोड़ने के लिए कोई ट्रिगर नहीं है। इस सीमा के भीतर कारोबार करते हुए बाजार लचीला है। इस लचीलेपन को बाहरी तौर पर मदर मार्केट अमेरिका की मजबूती से समर्थन मिल रहा है, जहां एसएंडपी 500 और नैस्डैक रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं।” इस बयान ने निवेशकों के मन में और अधिक विश्वास पैदा किया।
बीते दिन का हाल
शुक्रवार के कारोबार से पहले गुरुवार को सेंसेक्स 170.22 अंक यानी 0.20 प्रतिशत गिरकर 83,239.47 पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी 48.10 अंक यानी 0.19 प्रतिशत गिरकर 25,405.30 पर बंद हुआ। इन आंकड़ों ने बाजार की अस्थिरता को साफ दर्शाया।
भविष्यवाणी और निवेशकों के लिए संकेत
विश्लेषकों का मानना है कि आगामी दिनों में बाजार की गतिविधियाँ अमेरिका के आर्थिक संकेतों पर निर्भर करेंगी। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त अध्ययन और समझ के साथ ही निवेश करें।
अधिक जानकारी के लिए[यहां](https://www.moneycontrol.com/) और[यहां](https://www.bloomberg.com/) देखें।
इस प्रकार, आज का शेयर बाजार का प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाएँ निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत देने वाली हैं। निवेशकों को सावधानी से बाजार की गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए।
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