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Friday, August 22, 2025

भारत की सैन्य शक्ति और आर्थिक प्रगति पर पीएम मोदी का जोरदार संबोधन

इंडियाभारत की सैन्य शक्ति और आर्थिक प्रगति पर पीएम मोदी का जोरदार संबोधन

पीएम मोदी ने विधान सभा में किया अद्वितीय भाषण, मौजूदा स्थिति पर गहरा दृष्टिकोण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में संसद के मानसून सत्र के दौरान एक महत्वपूर्ण भाषण दिया, जिसमें उन्होंने भारतीय सेना की शक्ति, आर्थिक प्रगति, और नक्सलवाद के खिलाफ सफल अभियानों का जिक्र किया। इस भाषण में मोदी ने यह स्पष्ट किया कि भारत अब सैन्य और आर्थिक दोनों क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह सत्र देश के लिए गौरव का क्षण है और भारत का विज्ञान व तकनीक क्षेत्र भी तेजी से विकसित हो रहा है।

कौन, क्या, कहाँ, कब, क्यों और कैसे?

1. कौन: इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में सभी सांसदों और दर्शकों को संबोधित किया।

2. क्या: मोदी ने अपने भाषण में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता, अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भारतीय ध्वज के फहराने और आर्थिक विकास की बात की।

3. कहाँ: यह भाषण भारत की राजधानी नई दिल्ली में संसद भवन में दिया गया।

4. कब: यह भाषण मानसून सत्र के दौरान हुआ, जो कि जुलाई 2025 में आयोजित किया गया था।

5. क्यों: पीएम मोदी ने इस भाषण का उद्देश्य देश की उपलब्धियों को साझा करना, विपक्ष के साथ एकता का संदेश देना और भारतीय नागरिकों को गर्व का अनुभव कराना था।

6. कैसे: पीएम मोदी ने देश की प्रगति को विभिन्न आंकड़ों और तथ्यों के माध्यम से प्रस्तुत किया, जिससे उनकी बातें अधिक प्रभावी हो सकें।

सांसदों और विपक्षी दलों को एकजुटता के साथ आगे बढ़ने का संदेश देते हुए मोदी ने कहा, “यह सत्र विजय का उत्सव है। हर भारतीय को गर्व होना चाहिए कि हमने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर अपना झंडा फहराया है।”

रक्षा क्षेत्र में प्रगति

मोदी ने भारतीय सेना की शक्ति का बखान करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया, जिसमें आतंकवादियों के आकाओं के ठिकानों को मात्र 22 मिनट में जमींदोज कर दिया गया। उन्होंने कहा, “इस अभियान से दुनिया ने भारत की सैन्य सामर्थ्य को देखा है, और मेड इन इंडिया हथियारों के प्रति दुनिया का आकर्षण बढ़ा है।” इस सफल ऑपरेशन ने भारत को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत सैन्य शक्ति के रूप में स्थापित किया है।

आर्थिक विकास की दिशा में बढ़ते कदम

मोदी ने भारत की आर्थिक स्थिति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “2014 में, जब हमने सरकार संभाली थी, तब अर्थव्यवस्था संकट में थी, लेकिन अब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।” उन्होंने वैश्विक महामारी के प्रभाव को दूर करने और आर्थिक सुधारों के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी चर्चा की।

उन्हें यह बताते हुए गर्व महसूस हुआ कि 25 करोड़ गरीब लोग गरीबी से बाहर आ गए हैं और मुद्रास्फीति की दर भी 2 प्रतिशत तक पहुँच गई है। इससे देश के सामान्य नागरिकों के जीवन में राहत मिली है।

नक्सलवाद के खिलाफ सफल अभियान

प्रधानमंत्री मोदी ने नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की मेहनत की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि “आज कई जिले नक्सलवाद से मुक्त हो चुके हैं। भारतीय संविधान नक्सलवाद के विरुद्ध विजयी हो रहा है।” यह संदेश देश की सुरक्षा और विकास के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।

विपक्ष की एकता का महत्व

पीएम मोदी ने विभिन्न राजनीतिक दलों से एकता का आह्वान करते हुए कहा, “देशहित में हमें सभी दलों को एक साथ आना होगा। हमें पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए एकजुट प्रयास करना होगा।” उन्होंने हर सांसद का आभार व्यक्त किया जिन्होंने देश के हित में काम किया है।

मौजूदा स्थिति का सारांश

समग्र रूप से, पीएम मोदी का भाषण न केवल भारतीय सेना की शक्ति को प्रदर्शित करता है, बल्कि यह आर्थिक और सामाजिक स्थिरता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इसका स्पष्ट संदेश है कि भारत अब एक मजबूत और गतिशील देश बन चुका है, जो अपने नागरिकों के लिए बेहतर कल की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। उनके द्वारा उठाए गए मुद्दे और ठोस आंकड़े दर्शाते हैं कि भारतीय सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में सुधार लाने का प्रयास किया है, जिससे देश की छवि और प्रगति को बढ़ावा मिला है।

इस संबोधन के माध्यम से पीएम मोदी ने देशवासियों को प्रेरित किया है कि वे अपने देश की प्रगति में भागीदार बनें और एकजुट होकर आगे बढ़ें।

 

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